ग्लोकोमा पीडित – डाक्टर साहब आपने बताया कि मुझे ग्लोकोमा है । वास्तव में यह ग्लोकोमा क्या है?
नेत्ररोगी विशेषज्ञ – मैं आपको साधारण शब्दों में समझाने की कोशिश करता हूँ . . हमारी आँख एक कैमरे की तरह काम करती है जहाँ रेटिना (चित्र- 1 ) कैमरे की फिल्म की तरह होती है । जब किन्ही कारण से रेटिना की संवेदनशीलता घटने लगती है जिसे कि हम ऑपटिक न्यरोपेथी कहते है, में रोगी धीमे धीमे अंधेपन की और बढता रहत्ता है । इससे दृष्टि क्षेत्र (Visual field) किनारों की और से समाप्त होने लगती है जिससे आखिरकार स्थाई अंधापन हो जाता है । इस स्थिति में दृष्टि वापस नही आ सकती ।
2. ग्लोकोमा पीडित – यह तो खतरनाक है । डाक्टर साहब यह ग्लोकोमा किस कारण से होता है?
नेत्र रोग विशेषज्ञ – वास्तव में हमारी आँख में एक द्गव/फ्लूड – एक़्वस ह्युमर भरा होता है जो कि आँख के अन्दर के विभिन्न अंगों से होकर प्रवाहित होता है एवं आँख के अन्दर एक निश्चित दबाव बनाए रखता है । जब किन्हीं कारणो से इसका प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है तो आँख के अन्दर दबाव बढ़ने लगता है एवं आंख का पिछला भाग बुरी तरह प्रभावित होने लगता है । लंबे समय नियंत्रित न जिये जाने पर यही बढ़ा हुआ दबाव ग्लोकोमा का कारण बनता है ।
3. ग्लोकोमा पीडित – डाक्टर वे क्या जोखिम है जो ग्लोकोमा का कारण बन सकते है ?
गंभीर ग्लोकोमा प्रेरक कारक ( Risk Factors ) महत्वपूर्ण ग्लोकोमा प्रेरक कारक
० बढा हुआ अंत: नेत्र दबाव ० बढा मार्यापेया (निकट दृष्टि दोष)
० परिवार में अतीत में प्लोकोमा का पाया जाना ० मधुमेह (डायबिटीज)
० 40 या उससे अधिक उस के अफ्रीकी अमरीकी ० आँख की कोई शल्य क्रिया या चोट
० 60 या उससे अधिक उम्र/बिशेषत: मेक्सिकन अमरीकी
दुर्भाग्यवश, अधिकतर रोगियों को इसका पता तब चलता है जब तक यह रोग 40% से अधिक बढ चुका होता है । ऐसे में ग्लोकोमा को और बढने से रोकने हेतु तुरंत एवं प्रभावी उपचार आवश्यक है । आपको कुछ आँखों के ड्राप्स लिख दिये है जिसे आपको हर दिन बिना लापरवाही आँखों में डालने है ।
4.ग्लोकोमा पीडित – ग्लोकोमा को गंभीरता अब मैं समझ पा रहा हूँ किंतु फिर भी डाक्टर. .मुझे अब तक कोई खास लक्षण या दृष्टि में समस्या महसूस नहीं हुई है । क्या तब भी आपको लगता है कि मैं ग्लोकोमा जैसी गंभीर स्थिति से ग्रसित हूँ?
नेत्र रोग विशेषज्ञ – बहुत अच्छा सवाल पूछा है आपने । ग्लोकोमा एक गुप्त हत्यारा है ( Silent Killer)
अधिकांश रोगियों को प्रारंभ में कोई लक्षण महसूस नहीं होते जिसके कारण वे इसे अधिक गंभीरता से नहीं लेते जबकि ग्लोकोमा चुपचाप रोगी को स्थाई अंधेपन की और धकेलता रहता है । यह एक दीमक की तरह नजर को धीमें धीमे रव्रत्म करता जाता है । इसलिए हमारा प्रयास रहता है कि बची हुई वर्तमान दृष्टि को बचाया जा सके क्योकि.. अब तक खोई हुई क्षमता को पुन: नही लाया जा सकता ।
शुक्र है कि आधुनिक परीक्षण विधियों जैसे दृष्टि क्षेत्र परीक्षण (Visual Field Test) एवं गोनियोस्कोपी द्वारा ग्लोकोमा के होने एवं बढ़ने का समय पर पता लगाया जा सकता है । चिकित्सक द्वारा लिखे हुए आई ड्राप्स एवं अन्य चिकित्साओँ द्वारा मरीज़ को अंधे होने से बचाया जा सकता है । ग्लोकोमा को अनदेखा करने, चिकित्सा में लापरवाही एवं अवहेलना करने पर रोगी अंधेपन का शिकार बन सकता है ।
5. ग्लोकोमा पीडित – ये दवाइयाँ लगातार लेते रहने पर भी मुझे दृष्टि में खास फर्क महसूस नही हुआ ।
नेत्र रोग विशेषज्ञ – हॉ, बिल्कुल सही अनुभव शिया आपने । दुर्भाग्य से ग्लोकोमा रोगी होने पर आप अंधेपन की और बढ रहे होते हैं और इस चिकित्सा का उदेश्य इस स्थिति को और बिगड़ने से रोकना है । चिकित्सा न लेने की स्थिति में आपकी दृष्टि समाप्त होती चली जाएगी ।
6. ग्लोकोमा पीडित – यदि मैं कभी दवाइयाँ लेना भूल जाता हूँ तो ?
नेत्र रोग विशेषज्ञ – यह अति महत्वपूर्ण है कि आप दवाइयाँ लेना न भूलें, बल्कि प्रतिदिन समय पर लें जैसा कि उन्हे लिखा गया है । दवा/ड्राप्स का डोज़ भूलना या छोडना बहुत नुकसानदेह हो सकता है ।
7. ग्लोकोमा पीडित – क्या इस चिकित्सा से कुछ समय बाद मेरा ग्लोकोमा ठीक हो जाएगा ?
नेत्ररोग विशेषज्ञ – मैं फिर कहूँग़. . . जो मैंने आपको पहले भी बताया कि ग्लोकोमा को मधुमेह या अति रक्तचाप क्री तरह ठीक नहीं किया जा सकता पर हॉ.. . . नियमित उपचार से इन पर नियंत्रण रखा जा सकता है । इस उपचार का उद्देश्य आपकी वर्तमान देखने की क्षमता को बचायें ररव्रना और आगे ख़त्म होने से रोकना है ।
8. ग्लोकोमा पीडित – डॉक्टर साहब पर दवाओं का खर्च. . . ? क्या ये महंगी होती है ?
नेत्ररोग विशेषज्ञ – बहुत अच्छा प्रश्न । ग्लोकोमा के लिये सस्ती दवाएँ भी है एवं थोड़ी महंगी भी । कुछ पुरानी दवायें सस्ती महसूस होती हैं किंतु उनके गंभीर अवांछित प्रभाव (Side Effects) हो सकते हैं जो आपके फेफडों एवं हृदय को नुकसान पहुँचा सकते हैं । कुछ नयी दवायें मंहगी लग सकती हैं किंतु उन्हें लेना सुरक्षित है । आपके हृदय एवं फेफडों के लिये भी वे सुरक्षित हैं । मैंने आपको दवायें, न सिर्फ आपकी आखों को, बल्कि आपके पूर्ण स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर लिखी हैं । में नहीं चाहता कि आप पुरानी दवायें लें और फिर उनसे उत्पन्न बुरे प्रभावों के उपचार में फिर बडी रकम और परिश्रम लगायें ।
9. ग्लोकोमा पीडित – क्या होगा यदि किसी कारण कुछ समय बाद मैं यह दवायें लेना बंद कर दूँ?
नेत्ररोग विशेषज्ञ – आइये एक छोटा सा प्रयोग करें । अपनी आंखें 1 5 मिनट के लिए पूरी तरह बंद रखें । लेकिन यह क्या ? ज़्यादा से ज़्यादा 5 मिनिट में ही अंधेरे से परेशान होकर आप आंखें खोल देना चाहेंगे । इस अंधेरे को अपने जीवन का स्थाई हिस्सा न बनने दें । अपनी आँखो को पूर्ण महत्त्व दें , ¸ ¸ जिससे कि आप रहें. . . पूर्णतः आत्मनिर्भर ।
10. ग्लोकोमा पीडित – जब मैंने यह दबाये आंखों में डालनी शुरु की तो मैंने पाया की मेरी आंखो में लाल पन (Redness) हो गया । मैं चिन्तित हुआ. . . कि न जाने यह क्या हो गया ? क्या यह कोई गंभीर बात थी?
नेत्र रोग विशेषज्ञ – अच्छा सवाल है । कुछ नयी प्रभावी दवाओं से आंखो में शुरुआत में थोडे समय के लिए लाल पन हो सकता है किन्तु बेवजह चिंता में न पडे . क्योंकि कुछ समय में यह लालपन अपने आप गायब हो जाता है और आँखों के लिए नुकसानदेह भी नही है | आप सुरक्षित हैं |
11. ग्लोकोमग्र पीडित – मैने शुरुआत में आंखो की त्वचा में छोडा सा रंग परिवर्तन भी महसूस किया था ।
नेत्र रोग विशेषज्ञ – हॉ कुछ मरीजों में पलकों में मामूली बढत और आंखो के करीब त्वचा में प्रारंभिक रुप में थोडा रंग परिवर्तन पाया जा सकता है पर ड्राप्स जारी रखें यूंकि यह परिबर्तन पूर्णत: हानिरहित है ।
12. ग्लोकोमा पीडित – ये आई ड्राप्स कब लेने चाहिए ?
नेत्र रोग विशेषज्ञ – इन्हें दिन में एक बार डालना है रात्रि 9 बजे का समय बेहतर है ।
13. ग्लोकोमा पीडित – डॉक्टर साहब आपने ग्लोकोमा की कुछ अच्छी परीक्षण विधियों का जिक्र किया था । कृपया उनमें कुछ के बारे में बताये ?
नेत्र रोग विशेषज्ञ … दृष्टि क्षेत्र परिमापन (Visual Field Perimetry) एबं गोनियोस्कोपी सामान्यता: ग्लोकोमा की बढत एबं स्थिती जानने में उपयोग किए जाते है ।
14. ग्लोकोमा पीडित – डॉक्टर एक अन्तिम प्रश्न । मुझे किस अंतराल से एवं कितनी बार नेत्र विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए ?
नेत्र रोग विशेषज्ञ … कम से कम माह में एक बार नेत्र चिकित्सक से अवश्य मिलें । अपनी आँख का अंतः दबाव परिक्षण कराये । यदि आवश्यक हुआ तो आपके नेत्र विशेषज्ञ आपके ग्लोकोमा की बढत एबं स्थिति जानने हेतु विजुअल फील्ड टेस्ट, 3 से 6 महीने में करा कर आपकी दवाओ में आवश्यकतानुसार फेरबदल कर सकते है । बिना डाक्टरी सलाह के न दवा लेना छोडे. न ही भूले ।
15. ग्लोकोमा पीडित – डाक्टर साहब सभी प्रश्नो का उत्तर देने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद । मैं आपसे एवं स्वयं से वादा कस्ता हूँ कि मैं नियमानुसार सारी दवाएं लूँगा और नियमित परीक्षण के लिए नेत्र चिकित्सक से मिलता रहूँग़ ।
नेत्र रोग विशेषज्ञ – यही उचित है । क्योंकि मेरे मित्र. . . सूर्योदय सुनाई नही देता । खूबसूरत सूर्योदय सिर्फ दिखाई देता है ।